बिजासन रोड स्थित अखंड धाम आश्रम पर चल रहे 52वें अ.भा. अखंड वेदांत संत सम्मेलन में कल शाम युगपुरूष स्वामी परमानंद महाराज के सान्निध्य एवं महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ के आतिथ्य में सफाई कर्मियों का सम्मान किया गया।
युगपुरूष स्वामी परमानंद महाराज ने इस अवसर पर संत सम्मेलन मंे बेटियों को आत्मसुरक्षा के उपाय बताने एवं सफाई कर्मियों के सम्मान की खुले मन से प्रशंसा करते हुए कहा कि धर्म का व्यवहारिक और वास्तविक स्वरूप भी यही है कि हमारी जीवनशैली धर्मग्रंथों के संदेशों के अनुरूप बने। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि चौथी बार भी यह सम्मान पाने में इंदौर पीछे नहीं रहेगा, संतों के आशीष इंदौर के साथ हैं। पूर्व महापौर डॉ. उमाशशि शर्मा, समाजसेवी वीरेंद्र गुप्ता, मोहन गर्ग हैदराबादी, गीता भवन के न्यासी रामविलास राठी विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। प्रारंभ में संत सम्मेलन आयोजन समिति की ओर से देवकृष्ण सांखला, हरि अग्रवाल, पार्षद दीपक जैन टीनू, विजयसिंह परिहार, डॉ. चेतन सेठिया, मोहनलाल सोनी, रामकृष्ण गुलगांवा आदि ने सभी अतिथियों एवं संतों का स्वागत किया। आश्रम की ओर से महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी चेतन स्वरूप, स्वामी राजानंद, स्वामी दुर्गानंद, स्वामी नारायणानंद ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताई। युगपुरूष स्वामी परमानंद गिरी के सान्निध्य में महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने सम्मेलन में आए संतों, वृंदावन के महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश्वरानंद, स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, उज्जैन के वेदांताचार्य स्वामी वितरागानंद, उज्जैन के ही वाल्मिकी आश्रम के बालयोगी बाबा उमेशनाथ, इलाहाबाद की साध्वी भक्तिप्रिया, साध्वी चैतन्य सिंधु एवं हरिद्वार के महामंडलेश्वर स्वामी ज्योतिर्मयानंद की मौजूदगी में सफाई कर्मियों को कंबल एवं श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। महापौर श्रीमती मालिनी गौड़ ने भी संतों के सान्निध्य में बैठकर सफाईकर्मियों की सेवाओं की सराहना करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि हम चौथी बार भी नंबर वन रहेंगे। पूर्व महापौर डॉ. उमाशशि शर्मा ने भी अपने विचार रखे। संचालन किया स्वामी नारायणानंद एवं हरि अग्रवाल ने। गुरू वंदना सुश्री किरण ओझा ने प्रस्तुत की। सारंगपुर की भागवताचार्य अर्चना दुबे, महामंडलेश्वर स्वामी कम्प्यूटर बाबा ने भी संत सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त किए।
शंकराचार्यजी को विदाई - सम्मेलन में आए जगदगुरू शंकराचार्य भानपुरा पीठाधीश्वर स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ को युगपुरूष स्वामी परमानंद गिरी के सान्निध्य तथा समाजसेवी विष्णु बिंदल एवं नारायण सिंघल के आतिथ्य में आयोजन समिति की ओर से भावपूर्ण विदाई दी गई। आश्रम के महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी चेतन स्वरूप, स्वामी दुर्गानंद, स्वामी राजानंद, समिति के संयोजक देवकृष्ण सांखला, हरि अग्रवाल, विजयसिंह परिहार, पार्षद दीपक जैन टीनू, पार्षद चंदगीराम यादव आदि ने उन्हें शॉल-श्रीफल भेंट कर भावपूर्ण विदाई दी।
आज के कार्यक्रम - संयोजक देवकृष्ण सांखला एवं अध्यक्ष हरि अग्रवाल ने बताया कि संत सम्मेलन में आज दोपहर 3 बजे से संत सम्मेलन में चौथे दिन की कार्यवाही युगपुरूष स्वामी परमानंद गिरी की अध्यक्षता में प्रारंभ होगी जिसमें वृंदावन के महामंडलेश्वर स्वामी जगदीश्वरानंद, वृंदावन के ही स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, उज्जैन के स्वामी वितरागानंद, भागवताचार्य अर्चना दुबे, स्वामी नारायणानंद, रतलाम के स्वामी देवस्वरूप सहित विभिन्न राज्यों से आए संतों के प्रवचन होंगे।
संलग्र चित्र - बिजासन रोड स्थित अखंडधाम आश्रम पर अ.भा. वेदांत संत सम्मेलन के दौरान सफाईकर्मियों का सम्मान करते युगपुरूष स्वामी परमानंद गिरी, महापौर, पूर्व महापौर एवं अन्य संत। दूसरे चित्र में जगदगुरू शंकराचार्य भानपुरा पीठाधीश्वर स्वामी ज्ञानानंद तीर्थ का सम्मान करते आयोजन समिति के पदाधिकारी।